Lili Karmakar (लिली कर्मकार)
रविवार, 5 अप्रैल 2015
सिगरेट के धुएं में डूबा दी ये ज़िन्दगी
और एकदिन ज़िन्दगी ही धुँआ हो कर उड़ गयी ।।
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