जब परिस्थियाँ
हमारी विपरीत होती हैं, तब हम अपनी बात
किसी को भी नहीं समझा सकते l उस वक़्त सबसे
अच्छा उपाय है 'निःशब्द' हो जाना l
मंगलवार, 18 मार्च 2014
शुक्रवार, 7 मार्च 2014
बोझ
हम किसी के जीवन में
अनजाने ही बोझ बन जाते हैं | कभी कभी यह सामने वाले की महानता होती है कि वो हमारे
सम्मान केखातिर चुप रहते हैं, और जब हमें इस बातका एहसास होता है तब वहां से हमें
निकालजाना चाहिए और उसे शांति से जीने देना चाहिए |
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