शुक्रवार, 6 जून 2014

एकबार सोचिएगा हमारी सारी देशभक्ति मूलक नीतियाँ अगर व्यक्ति देख कर बदल जाती है तो इतना जान लीजिये फिर हम व्यक्तिवादी है न की राष्ट्रवादी ॥

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