सोमवार, 13 जनवरी 2014

सकारात्मक होना बहुत ज़रूरी है

कुछ दर्द ऐसे होते है जो जीवन भर के साथी बन जाते है वो चाहे शारीरिक हो या मानसिक | उन दर्दों को हम जितना सोचते है उतना ही ज़्यादा महसूस होते है | इसलिए ऐसी चीजों को ज़्यादा न तो सोचना है और न तो महसूस करने का मौका देना चाहिए | बस जीवन को जीना है दर्द को भुला कर, क्योंकि हमारे सामने बहुत सारी अच्छी चीज़ें होती है महसूस करने के लिए, लेकिन दर्द में हम इतना डूब जाते है की अच्छी चीजों को हम महसूस ही नहीं कर पाते | जीवन को जीने के लिए सही मायने में हमे सकारात्मक होना बहुत ज़रूरी है |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें