Lili Karmakar (लिली कर्मकार)
मंगलवार, 18 मार्च 2014
जब परिस्थियाँ हमारी विपरीत होती हैं
,
तब हम अपनी बात किसी को भी नहीं समझा सकते
l
उस वक़्त सबसे अच्छा उपाय है
'
निःशब्द
'
हो जाना
l
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